जनसंख्या संघटन: Jansankhya Sanghatan : इस आर्टिकल में कक्षा 12 के भूगोल विषय के तीसरे अध्याय के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है जो कक्षा 12 की वार्षिक परीक्षा की दृष्टि से काफी लाभदायक है।
लघु उत्तरीय प्रश्न
Q.1. जनसंख्या के व्यावसायिक संरचना से क्या तात्पर्य है?
Ans: पारिश्रमिकयुक्त कार्यों से जीविकोपार्जन करने वाले जनसंख्या को आर्थिक रूप से सक्रिय जनसंख्या कहा जाता है। किसी निश्चित आर्थिक कार्य में संलग्न, आर्थिक रूप से सक्रिय जनसंख्या के सापेक्षिक वितरण हो व्यावसायिक संरचना के नाम से जाना जाता है।
Q.2. आयु संरचना का क्या महत्व है?
Ans: किसी जनसंख्या का, उम्र के अनुसार विभाजन, आयु संरचना कहलाता है। इस संरचना में समय एवं स्थान के साथ परिवर्तन होता है. किसी भी जनसंख्या को तीन आयु संरचना मे विभाजित किया जा सकता है- 0-14 तक, 15-59 वर्ष तक तथा 60 वर्ष से ऊपर. 0-14 वर्ष की जनसंख्या का प्रतिशत अधिक होने का अर्थ यह है कि, देश के जन्म दर ऊंची है तथा कार्यशील जनसंख्या की अपेक्षा पराश्रीत में जनसंख्या का प्रतिशत अधिक है। 15-59 वर्ष की जनसंख्या का प्रतिशत अधिक होने का अर्थ यह है कि देश में कार्यशील जनसंख्या का प्रतिशत अधिक है. 60 से ऊपर की जनसंख्या का प्रतिशत अधिक होने का अर्थ यह है कि स्वास्थ्य सेवाओं पर ज्यादा खर्च करने की आवश्यकता है।
Q.3. जनसंख्या संघटन का क्या अर्थ है?
Ans: जनसंख्या संघटन जनांकिकीय संरचना तथा जनसंख्या की विशेषताओं को प्रदर्शित करता है. यह विभिन्न क्षेत्रों की जनसंख्या के तुलनात्मक अध्ययन का आधार प्रस्तुत करता है. जनसंख्या संगठन में आयु, लिंग, साक्षरता, व्यवसाय आदि को सम्मिलित किया जाता है. किसी देश की योजनाओं को बनाने में इनका ज्ञान महत्वपूर्ण होता है.
Q.4. जनसंख्या के आयो लिंग संरचना से क्या समझते हैं?
Ans: किसी जनसंख्या का उम्र तथा उस जनसंख्या में पुरुष स्त्री के अनुपात के अनुसार विभाजन, आयु लिंग संरचना कल आता है. इस संरचना में समय एवं स्थान के साथ परिवर्तन होता है।
Q.5. लिंग अनुपात से आप क्या समझते हैं?
Ans: प्रत्येक 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या को लिंग अनुपात के नाम से जाना जाता है।यदि लिंग अनुपात।1000 से अधिक है, तो इसका अर्थ यह है कि महिलाओं की संख्या पुरुषों की संख्या से अधिक है।यदि लिंग अनुपात 1000 से कम है तो।इसका अंत है कि महिलाओं की संख्या पुरुषों से कम है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
Q.6. आयु पिरामिड के तीन प्रकारों का नाम लिखें एवं उनका अर्थ अस्पष्ट करें।
Ans: आयु पिरामिड विभिन्न देशों की क्षेत्रीय या सामयिक तुलनात्मक परिवर्तन सहित आयु का विश्लेषण करता है। आयु पिरामिड के तीन प्रकार होते हैं:
1.विस्तारित जनसंख्या पिरामिड: इस प्रकार के पिरामिड में आधार चौड़ा एवं सिर्फ क्रमशः पतला होता है।इसका अर्थ यह हुआ कि ऐसे क्षेत्र में बच्चों की संख्या अधिक युवाओं की उससे कम और वृद्धों की संख्या सबसे कम होती है।यह पिरामिड इंगित करता है कि मृत्युदर तथा जन्म दर दोनों अधिक है।
2. स्थिर जनसंख्या पिरामिड: इस पिरामिड में आधार कुछ कम चौड़ा होता है, मध्य कुछ उभरा हुआ होता है तथा शीर्ष का भाग अति संकीर्ण न होकर कुछ चौड़ा होता है।इससे यह इंगित होता है कि यहाँ मृत्यु दर कुछ कम है तथा जन्म दर भी कम है।इस प्रकार की दोनों समान हैं, अतः यहाँ की जनसंख्या स्थिर है।
3.ह्रासमान जनसंख्या पिरामिड: इस पिरामिड की रचना स्थिर जनसंख्या पिरामिड की तरह बीच में उभरी हुई होती है, किंतु इसका आधार इससे कम तथा शीर्ष भी अपेक्षाकृत कम चौड़ा होता है।इसका अर्थ यह होता है कि इस क्षेत्र में जन्म दर कम हो गई है तथा मृत्यु दर भी कम है।इस अवस्था में स्थिर एवं जन्म दर उतार चढ़ाव की स्थिती में होती है।इस देश की कम आयु की जनसंख्या घटती जाती है।प्रायः विकसित देशों में ऐसी स्थिती देखी जाती है।
Q.7. आयु संरचना द्वारा प्रकट की जाने वाली विश्व जनसंख्या की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
Ans: किसी जनसंख्या की आयु संरचना से निम्नलिखितविशेषताओ का पता चलता है:
1.विश्व में युवाओं की जनसंख्या अधिक है क्योंकि 36% जनसंख्या 15 वर्ष से कम आयु वर्ग में है।विकसित देशों में यह प्रतिशतता 23 तथा विकासशील देशों में यह प्रतिशतता 40 है। युवाओ का अधिक प्रतिशत उच्च जन्म दर तथा निम्न प्रतिशत निम्न जन्म दर को दर्शाता है।
2.किसी भी जनसंख्या में 15 से 59 वर्ष का आयु वर्ग देश की सर्वाधिक उत्पादक तथा सर्वाधिक कार्यशील एवं गरतिशील वर्ग होता है। विकासशील देशों में इस वर्ग की प्रतिशतता विकसित देशों की तुलना में अन्य दो वर्गों की प्रतिशतता से अधिक होती है।इस वर्ग की प्रतिशतता किसी भी देश की जनसंख्या में अधिक होती है।
जब कोई देश अपनी जनांकिकीय , विकास को प्राप्त कर लेता है, तो 60 वर्ष से ऊपर की जनसंख्या में सर्वाधिक वृद्धि होती है।इस अवस्था में सरकार द्वारा दी जा रही सहायता में वृद्धि होती है।
Q.8. लिंग अनुपात में असमानता उत्पन्न करने वाले कारणों की व्याख्या करें।
Ans: लिंग अनुपात में असमानता उत्पन्न करने वाले कारक निम्नलिखित है:
- कारण चाहे जो भी रही हो प्रत्येक समाज में पुरुष जन्म स्त्री जन्म से अधिक होता है। लेकिन विकासशील देशों में पुरुष मृत्यु दर स्त्री मृत्यु दर से अधिक होती है। इस कारण बालक यद्यपि अधिक जन्म लेते हैं लेकिन एक समय के बाद बालिकाओं की संख्या अधिक हो जाती है इससे प्रतिकूल लिंगानुपात की स्थिती उत्पन्न होती है।
- विकासशील देशों में स्थितियों को कम महत्व दिया जाता है।जिसके कारण स्त्रियों में कुछ मृत्यु दर पाई जाती है। अलास्का तथा और ऑस्ट्रेलिया का नॉर्दन टेरिटरी इस का सर्वोत्तम उदाहरण है जहाँ प्रति 1000 स्त्रियों पर पुरुषों की संख्या 1350 है। अलास्का तथा और ऑस्ट्रेलिया का नॉर्दन टेरिटरी इस का सर्वोत्तम उदाहरण है जहाँ प्रति 1000 स्त्रियों पर पुरुषों की संख्या 1350 है।
- आर्थिक विकास भी लिंग अनुपात को महत्त्वपूर्ण ढंग से प्रभावित करता है।